पेशाब में जलन के लक्षण, आयुर्वेदिक दवा एवं उपचार - जाने डॉ मिश्र से

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पेशाब में जलन के लक्षण | पेशाब में जलन की आयुर्वेदिक दवा | पेशाब में जलन होने पर क्या नहीं खाना चाहिए | पेशाब में दर्द की दवा | बार-बार पेशाब आना और जलन होना




पेशाब में जलन होना एक सामान्य समस्या है ऐसा मानकर इग्नोर ना करे, पेशाब में जलन या दर्द होना कोई आम बात नहीं है और कई अवसरों में यह किसी जटिल समस्या का संकेत भी हो सकता है पेशाब में जलन की समस्या पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। पेशाब कम आना, बंद होना, रुक-रुक कर आना, खून आना, जलन के लक्षण (urine irritation symptoms) हो सकते हैं। ऐसे में इस समस्या को दूर करने के लिए जरूरी है जलनरहित पेशाब का आना

पेशाब में जलन के कारण : peshab me jalan ka karan : causes of urine irritation

पेशाब में जलन के क्या मुख्य कारण है ? डॉ मिश्रा बताते हैं कि पानी कम पीना, गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना और दवाइयों की सेवन की वजह से पेशाब में जलन हो सकती है। इसके अलावा मूत्रमार्ग में संक्रमण, गुर्दे की पथरी भी पेशाब में जलन के कारण हो सकता हैं।

पेशाब में जलन के दूसरे लक्षण क्या हैं ?

दूसरे लक्षण जो पेशाब में जलन के अलावा मूत्रमार्ग में इन्फेक्शन होने पर दिखाई देते हैं, वे हैं
  1. · बार-बार पेशाब का आना
  2. · पेशाब का गाढ़ापन और भारी गंध (cloudy urine and smell)
  3. · पेशाब में रक्त का आना (blood in urine)


पेशाब में जलन क्यों होती है | पेशाब में जलन दूर करने के उपाय | पेशाब में जलन होना घरेलू उपचार | पेशाब में जलन होने पर क्या नहीं खाना चाहिए | पेशाब में जलन होने पर क्या खाना चाहिए | पेशाब में जलन की आयुर्वेदिक दवा आदि के लिए चिकित्सकीय परामर्श ले 

कैसे पहचाने पेशाब में जलन आम है या किसी बड़ी बीमारी का संकेत?

अगर ये लक्षण दिखाई दे तो सतर्क रहे तुरंत डॉक्टर से परामर्श ले

  1. पेशाब में जलन का कारण सिस्टिटिस है यानि मूत्राशय के अंदरूनी भाग में सूजन। इंटरस्टीशियल सिस्टिटिस (IC) को दर्दनाक मूत्राशय सिंड्रोम के रूप में भी जाना जाता है। यह सिस्टिटिस का सबसे आम प्रकार है।
  2. किडनी में पथरी होने के कारण भी पेशाब में जलन जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है
  3. अंडाशय में सिस्ट (Ovarian cysts) हो जाने से भी पेशाब में जलन की समस्या आती है क्योंकि अंडाशय मूत्राशय के बाहर होता है जिसमें सिस्ट हो जाने से वह मूत्राशय पर दबाव डालता है जिसके कारण पेशाब में समस्याएँ आती हैं।
  4. यदि आप वह रासायनिक पदार्थ उपयोग करते हैं, जिन्हें आपका शरीर सहन नहीं कर सकता तो भी आपको पेशाब में जलन संबंधी परेशानियाँ देखने को मिलती हैं।
  5. योनि में संक्रमण या जलन (Vaginal infection or irritation), किन्हीं अन्य कारणों जैसे यीस्ट, फंगल, बैक्टीरिया आदि से हुआ संक्रमण भी पेशाब की जलन का कारण होता है।
  6. मूत्राशय कैंसर जैसी बीमारियों के इलाज में दी जाने वाली दवाइयाँ भी मूत्राशय के उतकों को प्रभावित कर देती है जिससे पेशाब में जलन होना एक सामान्य समस्या है।

पेशाब में जलन की आयुर्वेदिक दवा -Urine Burning Ayurvedic Treatment : peshab mein jalan dur karne ke gharelu upay 

 डॉ मिश्रा बताते हैं कि अगर आपको पेशाब करते हुए जलन महसूस होती है, तो इस दौरान आपको गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। पेशाब में जलन को शांत करने के लिए ठंडी तासीर वाली चीजें खाना लाभकारी होता है। साथ ही इस स्थित में आपको पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए, इससे यूरिन खुलकर निकलेगा और जलन में भी आराम मिलेगा।

1. धनिया पानी (Coriander Water for Urine Infection)

धनिया के बीज का पानी पेशाब की जलन को शांत करने का एक बेहतरीन आयुर्वेदिक उपाय (How to Cure Burning Urine Naturally) है। धनिया के बीज मूत्रपथ के संक्रमण के इलाज के लिए प्रभावी होते हैं, क्योंकि ये किडनी की सफाई करने में सहायक होते हैं। धनिया पानी पीने से शरीर में जमा विषाक्त पदार्थ, रोगाणु भी यूरिन के साथ बाहर निकल जाते हैं। धनिया का पानी पीने से यूरिनरी सिस्टम की सफाई अच्छे से होती है।

2. खस का शरबत (khas ka sharbat) 

डॉ मिश्रा बताते हैं खस का शरबत पीने से पेशाब में जलन की समस्या को शांत करने में मदद मिलती है। खस की तासीर बहुत ठंडी होती है, इससे पित्त दोष शांत होता है। पेशाब की जलन को शांत करने के लिए आप खसखस का शरबत पी सकते हैं। इससे आपको खुलकर यूरिन निकलेगा, साथ ही दर्द और जलन भी कम होगा। गर्मियों में खस का शरबत पीना फायदेमंद होता है।

3. चंदन का शरबत 

चंदन का शरबत सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। पेशाब में जलन और दर्द होने पर चंदन का शरबत पीना फायदेमंद हो सकता है। चंदन का प्रभाव ठंडा होता है, जिससे पेट की जलन शांत होती है। चंदन का शरबत पीने से शरीर में जमा विषाक्त तत्व आसानी से बाहर निकल जाते हैं। साथ ही पेशाब भी खुलकर आता है। इसके लिए आप लाल चंदन, सफेद चंदन का शरबत घर पर ही बनाकर पी सकते हैं।

4. गिलोय के फायदे (Giloy Benefits in Hindi) 

गिलोय के फायदे: गिलोय एक आयुर्वेदिक औषधि है। आयुर्वेद में इस जड़ी-बूटी का उपयोग कई रोगों को दूर (Giloy ke Fayde) करने के लिए किया जाता है। गिलोय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता (Immunity Boosting Food) है। साथ ही गिलोय बुखार, पेशाब आदि से संबंधित बीमारियों में भी असरदार है। पेशाब करते हुए जलन और दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए आप गिलोय का काढ़ा पी सकते हैं। लेकिन अगर प्रेगनेंसी के दौरान पेशाब में जलन हो तो, गिलोय का काढ़ा पीने से बचें।

5. मोती पिष्ठी (Moti Pishti Uses in Hindi) 

मोती पिष्ठी एक आयुर्वेदिक दवा है। मोती पिष्टी की तासीर बेहद ठंडी होती है। शरीर को शीतलता प्रदान करने के लिए मोती पिष्ठी का सेवन किया जा सकता है। जिन लोगों को पेशाब करते हुए जलन या दर्द होता है, उनके लिए भी मोती पिष्ठी फायदेमंद (Moti Pishti ke Fayde) होती है। मोती पिष्ठी पेशाब में जलन व दर्द को ठीक करने में मददगार होती है। कोई भी पुरुष या महिला इस समस्या से परेशान है, तो उन्हें आयुर्वेद में मोती पिष्ठी का सेवन करने की सलाह दी जाती है।

6. पुनर्नवा का काढ़ा (Punarnava Kadha)

पुनर्नवा का काढ़ा पीने से पेशाब में जलन की समस्या शांत होती है। पुनर्नवा की तासीर बेहद ठंडी होती है, जो शरीर को शीतलता प्रदान करता है। यूरिन इंफेक्शन की समस्या (Urine Infection Medicine) को ठीक करने के लिए पुनर्नवा को एक कारगर औषधि माना जाता है। पुनर्नवा मूत्रवर्धक होता है यानी यह मूत्र के उत्पादन को बढ़ाता है। पुनर्नवा का काढ़ा पानी से यूरिन खुलकर निकलता है। साथ ही इसे पीने से शरीर में जमा गंदगी भी पेशाब के साथ निकल जाती है।

आप भी पेशाब की जलन को शांत (Urine Irritation Home remedies) करने के लिए इन आयुर्वेदिक उपायों को आजमा सकते हैं। लेकिन अगर लंबे समय से पेशाब में जलन है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

 

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